🌑 राहु ग्रह का रहस्य: कैसे बदलता है ये छाया ग्रह आपका भाग्य? | Astrojini
राहु ग्रह, राहु का प्रभाव, राहु दोष के उपाय, राहु इन कुंडली, राहु महादशा, राहु गोचर 2025
वेदिक ज्योतिष में राहु एक ऐसा ग्रह है जो दिखता नहीं, लेकिन इसका प्रभाव जीवन में बहुत गहरा होता है। राहु को "छाया ग्रह" कहा जाता है क्योंकि इसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है, लेकिन यह चंद्रमा के उत्तरी छाया बिंदु के रूप में कुंडली में मौजूद होता है।
Astrojini के अनुसार, राहु व्यक्ति को उसके अधूरे कर्मों, लालसाओं और भटकावों की ओर ले जाता है। आइए विस्तार से समझते हैं राहु के रहस्य को।
भ्रम, लालच, और आकांक्षा का प्रतीक
विदेश यात्रा, डिजिटल मीडिया, तकनीकी क्षेत्र और राजनीति से जुड़ा
अचानक परिवर्तन, अप्रत्याशित सफलता या गिरावट का कारक
पूर्व जन्म के अधूरे कर्मों को इस जन्म में पूरा करने की ओर प्रेरित करता है
पहले भाव में राहु – रहस्यमयी व्यक्तित्व, आत्म-संदेह
सातवें भाव में राहु – संबंधों में उलझन, विवाह में देरी या जटिलताएं
दसवें भाव में राहु – करियर में ऊँचाइयों की लालसा, विदेश से जुड़े अवसर
बारहवें भाव में राहु – मानसिक तनाव, आध्यात्मिक आकर्षण
2025 के अंत में राहु मीन राशि से कुम्भ राशि में प्रवेश करेगा। इस गोचर का असर तकनीकी, रिसर्च और स्टार्टअप से जुड़े लोगों पर अधिक देखने को मिलेगा। यदि आपकी कुंडली में राहु मुख्य भूमिका में है, तो यह गोचर आपके जीवन में बड़ा मोड़ ला सकता है।
यदि राहु आपके जीवन में भ्रम, चिंता या असफलताएं ला रहा है, तो इन उपायों से लाभ मिल सकता है:
राहु बीज मंत्र – "ॐ रां राहवे नमः" का रोज़ 108 बार जाप करें
शनिवार को नीले या काले वस्त्र, तिल या उड़द का दान करें
नीला हकिक या गोमेद रत्न ज्योतिषीय सलाह के अनुसार धारण करें
ध्यान और योग से मानसिक स्थिरता बनाए रखें
Astrojini पर हम सिर्फ आपकी कुंडली नहीं पढ़ते, हम राहु जैसे गहरे ग्रहों के छिपे संकेतों को समझाकर आपके जीवन में स्पष्टता और समाधान लाते हैं। चाहे राहु महादशा चल रही हो या गोचर में बदलाव आ रहा हो – हमारे अनुभवी ज्योतिषाचार्य आपको सही दिशा देंगे।